अजब इक शोर सा बरपा है कहीं
कोई खामोश हो गया है कहीं
…
है कुछ ऐसा के जैसे ये सब कुछ
अब से पहले भी हो चुका है कहीं
…
जो यहाँ से कहीं न जाता था
वो यहाँ से चला गया है कहीं
…
तुझ को क्या हो गया, के चीजों को
कहीं रखता है, ढूंढता है कहीं
…
तू मुझे ढूंढ़, मैं तुझे ढुंढू
कोई हम में से रह गया है कहीं
…
इस कमरे से हो के कोई विदा
इस कमरे में छुप गया है कहीं
A very touching beautiful compilation of words, reciting the story of many hearts! Great going, Priyanka!
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Thanks for reading dear 🙂
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Bahut बढ़िया
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कमाल कर दिया
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Shukriya 🙂
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